काटे नही कटता मिटाए नही मिटता
तो भाग्य का लिखा ही मान लें
एक दूजे में है सारे सामर्थ्य छिपे
आपस में सब ये जान लें
अश्रु मुस्कान तो मिल कर सवार लेंगे
तर्क नही अर्थ कहता है
आज भले ना सही कल भला होगा
बस होगा वही यदि हम ठान लें
❤️✍️ शुभरात्रि ✍️ नागेश्वर