
महीना: दिसम्बर 2021


दिसंबर का आखिरी दिन,,,ठंडक बरस रही है,, आगंतुक नव वर्ष को तरस रही है,,,,, कुछ क्षण शेष है 🪔🪔 शुभ संध्या 🪔 नागेश्वर

वही बंधते हैं हाथ जिनसे नाता हो गहरा किसी बंधन संबंध और विवशता में दिख जाता ,,,✍️ नागेश्वर

निज प्रातः,,,का बंधन है ऊषा और निशा का नित्य मिलन है ✍️ नागेश्वर

वर्ष का अंतिम मास और दिवस की समाप्ति तेरी चरणों में ही मिली सुख और शान्ति 🌅🙏 जय माता दी 🌺 शुभ प्रभात 🌅 नागेश्वर

शब्दों की उत्पत्ति आत्मा की अनुभूति तन मन के भीतर प्रकाशित है ज्योति 🪔🙏 शुभ संध्या 🪔 नागेश्वर

राहत है बेचैनियो से तड़प मिट चली है जादू है या करिश्मा जो भी है यहीं है 🌹✍️ नागेश्वर

मुर्ति और मुद्रा प्रतीक है जहां पड़े चरण प्रभु के पावन हैं जीवित हैं 🙏🌺 नागेश्वर

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