जीवन मानो एक परिधि है
प्रेम जिसका प्रतिनिधि है
सामंजस्य में सब है उचित
सम्भाव ही नैतिक सीढ़ी है
कहाँ रुकती है धाराएँ भावनाओं की
हर पथ हर मार्ग तो सीधी है
श्वास श्वास में लगन उपजे
सब स्थिति में निभना ही विधि है
❤️✍️ शुभरात्रि ✍️ नागेश्वर
जीवन मानो एक परिधि है
प्रेम जिसका प्रतिनिधि है
सामंजस्य में सब है उचित
सम्भाव ही नैतिक सीढ़ी है
कहाँ रुकती है धाराएँ भावनाओं की
हर पथ हर मार्ग तो सीधी है
श्वास श्वास में लगन उपजे
सब स्थिति में निभना ही विधि है
❤️✍️ शुभरात्रि ✍️ नागेश्वर